Hafeshwar । Temple Best Destination for Tribal Tourism

Hafeshwar । Temple Best Destination for Tribal Tourism

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नमस्कार दोस्तों नर्मदे हर मैं हूं सौरभ स्वागत  करता हूं आप सभी का आज के इस नए वीडियो में आज का   जो वीडियो है दोस्तों आप मेरे पीछे का जो नजर देख  सकते हैं की मैं जी लोकेशन पर आया हूं वह ईश्वर जो   नर्मदा किनारे गुजरात में स्थित है और यह वीडियो  एक अनोखा है क्योंकि एक ड्राइवर टूरिज्म के ऊपर   आधारित है आज का वीडियो तो मैं एक्सप्लोरेशन कर  रहा हूं क्योंकि मानसून शुरू हो चुका है और मैंने   सोचा की हमारे आसपास का जो जितना भी क्षेत्र है जो  की संस्कृत और प्राकृतिक रूप से समृद्ध है तो उसके   ऊपर क्यों इस वीडियो को बनाया जाए अनेक वीडियो में  बनाऊंगा और जैसा की मैंने बताया की ट्राईबल टूरिज्म   में के ऊपर आधारित है आज का वीडियो तो ट्राईबल  टूरिज्म की जो विशेषताएं हैं ट्राईबल टूरिज्म   के जो फीचर्स हैं या और भी कुछ कहना चाहेंगे की  प्राकृतिक रूप से और संस्कृत रूप से यह क्षेत्र   और हम लोग कितने समृद्ध हैं तो आप वीडियो में  देखिएगा और जी रास्ते से हम आए हैं सबसे पहले   आप उसको एंजॉय करिए क्योंकि वो जो रास्ता था मेरे  गांव से आपेश्वर तक का वो भी बहुत रोमांचपूर्वक था बड़वानी में हम लोग अभी चाय नाश्ता ब्रेकफास्ट  के लिए हॉल किया है बड़वानी में रोड से सटा   हुआ यह हनुमान जी का मंदिर है बहुत ही  अच्छा और खूबसूरत एक प्राकृतिक स्थान है मेरे पीछे जो है यह है कौड़ा का हनुमान मंदिर  जो की दही से आगे पड़ता है और यहां पर भी अभी   हम रुक थे इसके पहले हम दही हनुमान मंदिर में रुक  थे अब जो है सीधा हम सोनवा और बखतगढ़ होते हुए आप देख सकते हैं कितना खूबसूरत  नजर है यह कोई कश्मीर से कम एक्चुअल में मैं आपको थोड़ा सा यहां का बताता हूं   दोस्तों मेरे पीछे जो है यह सतपुड़ा की पहाड़ियों  हैं और इस तरफ जो है वो विंध्याचल की पहाड़ियों हैं   तो ये आप देख सकते हैं यहां बीच में जो है मां  नर्मदा नदी बाटी है और फिलहाल हम हैं अलीराजपुर   जिले में आ बखतगढ़ क्षेत्र में उम्र गांव है यह  और यहां से हम सीधे निकलेंगे हापेश्वर तो ये जो   रोड है ये सीधा हम गुजरात हापेश्वर जाएंगे क्योंकि  आज का हमारा जो टूर है वह आप ईश्वर का ही है लेकिन   ये एक बहुत ही खूबसूरत यहां का नजर था तो इसलिए  मैंने सोचा की इसको भी आज थोड़ा सा आपको दिखा डन प्राइवेट टूरिज्म को बढ़ावा देने की बात जब आई है  तो मैं इसलिए बोलना हूं की देखिए यहां पर घाटी बनाई   जा रही है और इतनी सुंदर तरीके से घटती बन रही है  बिना किसी मशीन की सहायता के तो यह जो चीज होती है   यह ट्रैवल टूरिज्म के डेवलपमेंट को मतलब विकसित करने  में ज्यादा मददगार होती है की हम यहां पर घूमने हम   यहां पर सब चीज देखें यहां के समाज खरीदें और हमारे  जो आदिवासी भाई बहन है उनका अच्छे से विकास हो सके   उनको अच्छा रोजगार मिल सके दोस्तों देख सकते हैं की  यह जो यहां की प्योरिटी है हर तरह से वह मतलब देखने   लायक है क्योंकि यह एक ट्राईबल टूरिज्म का बहुत ही  अच्छा एग्जांपल है और जिसको मैं लगातार एक्सप्लोर कर   रहा हूं की हमारे जो क्षेत्र के लोग हैं क्षेत्र का  जो संस्कृत हमारे यहां का जो कलर है जो रहन-सहन है   वो देखना चाहिए और सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए  मतलब की ट्रैवल टूरिज्म की बात होती है लेकिन ट्रैवल   टूरिज्म की और हम कम बाढ़ रहे हैं तो आप देखिए मैं  आपको दिखाना चाहूंगा की आ क्या प्योरिटी है लोग   आजकल रिजॉर्ट कलर और विला कलर की और आगे जा रहे हैं  लेकिन यहां पर आकर देखना चाहिए की जो वास्तव में जो   नेचुरल प्राकृतिक सुंदरता जो बरकरार है हर  तरह से वो कितनी अलग यहां पर झलक मिलती है   और आगे हम चलते हैं अभी हम हापेश्वर  जा रहे हैं हांपेश्वर में देखेंगे   वहां का थोड़ा सा एक्सप्लोर करेंगे  वह भी बहुत एक इंटरेस्टिंग जगह है दोस्तों यह जो सामने की जो पहाड़ियों हैं इनको  सल्फानी की पहाड़ियों बोलते हैं जब नर्मदा   परिक्रमा का उल्लेख आता है तो इससे निकालना  सुल्तानी की पहाड़ियों से निकालना अपने आप   में रोमांस पूर्वक और खतरनाक माना गया है तो ये  बिल्कुल हम सु पानी की पहाड़ियों हैं उसके सामने   हैं लेकिन हम आ उत्तर तट पे हैं वो जो है दक्षिण  तत्पर है हम विंध्याचल की पहाड़ियों के तलती पर   हैं और वो जो है सामने जो दिखे रही है वो सतपुड़ा  है तो यहां पर जो है सु पांडे ये जो हटेश्वरी जो   है हापेश्वर मंदिर बेसिकली थोड़ा नीचे है जो की  डब चुका है बैक वाटर में और स्टैचू ऑफ यूनिटी और   सरदार सरोवर दम के हम बहुत नजदीक हैं अगर सीधा हम  उसको कैलकुलेटर करें तो हटेश्वरी मंदिर जो डूबा है   वो तो अभी हम उसको देख नहीं पाएंगे कोशिश करते  हैं यहां पे जन की हापेश्वर का जो मंदिर है वो   कहां पे है एग्जैक्ट उसकी जो लोकेशन है वो कहां  पे है और बाकी जो रेड डेवलपमेंट किया गया है जी   स्थान का वो अभी हम वहां पर जाएंगे और वहां पर  जो खाना ले हुए हैं वो खाना वही पे हम खाएंगे दोस्तों हां ईश्वर का जो मुख्य स्थान है जो  मुख्यमंत्री है वह तो काफी दूर है उससे नव   से हमको जाकर उसको देखना पड़ता है  काफी दूर है यह जो है क्लियर व्यू   आप देख सकते हैं जो दक्षिणी चोर है मां  नर्मदा का किनारा सुल्तानिया स्वरूपादी   सुलपनेश्वर तो आगे मंदिर है जब यह  सल्फानी की पहाड़ियों खत्म होती है अभी मैं जी स्थान पर हूं वह हमारे इधर हम इसको  धरती का स्वर्ग बोलते हैं जो मां नर्मदा के तट   पर इधर जो पूरा एरिया है जिसको मैं अभी एक्सप्लोर  कर रहा हूं अब मैं नियमित रूप से इसको एक्सप्लोर   करूंगा मैंने अभी पहले भी बताया है तो एक अलग ही तरह  यहां पर आपको खूबसूरती और सुकून देखने को मिलता है   गुजरात गवर्नमेंट और यहां के प्रशासन से मेरी  एक रिक्वेस्ट है अगर वह इस वीडियो को देख रहे   हैं की जी मां नर्मदा की हम पूजा करते हैं  और जी मां नर्मदा की शुद्ध के लिए सरकार   विभिन्न स्टार से प्रयासरत है तो वहां पर ऐसे  जो अनैतिक कार्य किया जाते हैं जैसे की यह मां   नर्मदा के किनारे पर बैठकर शराब पीना तो यह  थोड़ी सी एक संस्कृत भावनाओं को थिस पहचाने   वाली बात है और पर्यावरण की दृष्टिकोण  से भी अगर हम देखें तो यह ठीक नहीं है तो यह हटेश्वरी का मंदिर जो की वहां पर  जो डूबा है उसके अल्टरनेट में यहां पर   इसको डेवलप किया गया जो पुराना में स्थान है  वह तो जो नर्मदा में है डब चुका है लेकिन अब   आजकल यही जो मंदिर है यह प्रसिद्ध आ अपने ख्याति  प्राप्त है तो यहां पर हम चलते हैं और इसको देखते यह प्रसिद्ध हापेश्वर मंदिर दोस्तों यह जो स्थान जो मैं आपको बता रहा हूं  यह जो शिवलिंग है यह हटेश्वरी का जो वास्तविक   शिवलिंग है जी मंदिर की हम बात कर रहे थे की  जो मंदिर डब चुका है मां नर्मदा के बैक वाटर   में तो ये वही जो है शिवलिंग है इसको निकाल  के यहां पर ले हैं और इसको स्थापित किया है   और इसकी एक जो अद्भुत आप आश्चर्य चकित करने  वाली बात ये है की जो वटवृक्ष है यह आप देख   सकते हैं की इसकी जो जेड हैं यहां पर भी फल  फूल गई है अच्छे से और यह आज भी हर भारत है   तो अपने आप में यह चमत्कार है और यही एक यहां  की आस्था का केंद्र है इधर प्रमुख स्वामी जी की मूर्ति जो है वह बनाई हुई तो यहां पर जो इस स्थान  की मान्यता है वह मतलब पौराणिक कथाओ में भी उसका   हमको उल्लेख मिलता है की जब मरकंद जी ने जो ऋषि  मरकंद थे जिन्होंने नर्मदा परिक्रमा की थी और   पहले परिक्रमा उन्होंने की थी वो जब युधिष्ठिर  को कहानी सुना रहे थे की इस स्थान की जो महत्व   है वो क्या है तो यहां पर कल हंस ऋषि जो थे वो  भगवान शंकर की उन्होंने तपस्या कारी थी और जब   भगवान शंकर प्रकट हुए थे तब उन्होंने कहा था की  क्या आपको चाहिए आप वो मांगी है तो कलश ऋषि ने   बोला था की बस आप यहां पर विराजित रहे और यहां  की मान्यता हमेशा बनी रहे और इस तरह से यहां   पर बताते हैं और जो हाफेश्वर बताया जाता है की  हापेश्वर इसको क्यों बोलते हैं तो यहां पे क्या   है की जब मां नर्मदा की परिक्रमा की जाति है तो  काफी अप डॉ वाली ग्रेडियंट वाली पहाड़ियों हैं तो   उसमें लोगों को मतलब हफ्ते हैं उसमें तो ऐसा  यहां पर लिखा हुआ भी है और बताते भी है की इसलिए   इसको यहां पर कहा जाता है तो एक मां नर्मदा की जो  परिक्रमा करते हैं उनके लिए भी ये एक अति महत्वपूर्ण हां जो मंदिर का जो में स्थान है उसके  आसपास पूरे 12 ज्योतिर्लिंग का यहां पर   छोटे-छोटे मंदिर के रूप में बनाए हुए हैं मल्लिकार्जुन महाकालेश्वर सोमनाथ केदारनाथ भीमाशंकर यह काशी विश्वनाथ यह त्रंबकेश्वर वेदनाथ नागेश्वर और रामेश्वर का यह है यह मंदिर के पीछे की तरफ दोस्तों यहां खाना खाने के बाद में अब हम हापेश्वर   पुराने मंदिर पर जा रहे हैं नव  से यह है दोस्तों यहां पर ज्योति पुराना मंदिर है जो डब गया है  यह सर जो है यह बैक वाटर है और   वो वाली जो है आगे जो दिखाई दे  रही है सनलाइट गिर रहा है वो   शुड पानी की पहाड़ी है तो यह कितना  खूबसूरत नजर है यहां पर आप देख सकते हैं दोस्तों यह जो ठंडा है यहां पर मंदिर है जो  डब गया है आप आप थोड़ा सा उसको ध्यान देकर   देख सकते हैं और यहां से वापस से रिटर्न होंगे आप  ये यहां पर ठंडा दिखाई दे रहा है ये रहा जिसके हम   चक्कर कैट के और हम निकाल रहे हैं  ये है महादेव मंदिर जो टूट गया है ओम नमः शिवाय और इस तरफ गुजरात है जो सरदार सरोवर  दम है वो इस तरफ है स्टैचू ऑफ यूनिटी और ये ये   सल्फानी की पहाड़ियों हैं और इधर पीछे की तरफ जो  है हमारा अपना मध्य प्रदेश है तो यह नर्मदा का   फ्लो इधर से इधर है और ये तो आपेश्वर है अब आप ठंडी  थोड़ा सा देख सकते हैं क्लियर दिखाई दे रही होगी तो यह आपेश्वर का पुराना मंदिर अभी हमने  वापस बोर्ड को तार में कर दिया और अब हम वापस घाट की तरफ जा रहे हैं आप पहाड़ पर देख सकते हैं की बारिश शुरू हो गई है और बहुत ही सुंदर नजर दिखे रहा है यहां पर शुरू हो गई है और अब हम यहां से रावण हो रहे हैं देख सकते हैं दोस्तों अब रिटर्न में पुरी तरह से जो  है बादल ए चुके हैं पहाड़ों पर और यह जो खूबसूरती   तो दोस्तों का जो वीडियो था मेरा आपको जरूर पसंद  आया होगा मुझे पुरी उम्मीद है की आपने खूब एंजॉय   किया होगा और जो भी मैंने साइंस दिखाएं थे जो  शॉट दिखाएं थे तो आपको अच्छे लगे होंगे क्योंकि   वास्तव में देखा जाए तो एक प्राकृतिक खूबसूरती  है इन क्षेत्र में जो बातें होती है की ट्रैवल   टूरिज्म को प्रमोट करना है सरकार के द्वारा तो  ऐसे स्थान जो है वह चीनी होना चाहिए और इनको भी   अच्छे से जो है डेवलपमेंट मिलेगा लेकिन डेवलपमेंट  ना होने के पीछे यहां पर एक खासियत यह है की कम   डेवलप है इसलिए यहां पर अभी खूबसूरती बरकरार है  और प्योरिटी है तो मिलता हूं आप सभी से मैं अगले   किसी नए वीडियो में नए टॉपिक के साथ में तब तक के  लिए दोस्तों थैंक यू वेरी मैच अपना खूब ध्यान रखिए

2023-07-12 14:15

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